अक्सर देखा गया है कि हिन्दी लेखन (Writing) में संशय (Confusion) रहता है कि वाक्य में कब "कि" (छोटी इ की मात्रा के साथ) लिखा जाए और कब "की" (बड़ी ई की मात्रा के साथ) लिखा जाए। लोग सामान्यत: हिन्दी के इन शब्दों का एक दूसरे के स्थान पे प्रयोग कर लेते हैं और ये इसलिए होता है क्यूंकि वे इनमे अंतर करने में असमर्थ होते हैं इसलिए हम आपको दोनों के विषय में सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास … [Read more...] about कि और की में अंतर
व्याकरण
है और हैं में अंतर
है और हैं दोनों अलग अलग शब्द हैं परन्तु दोनों को देखने पर काफी समानता प्रतीत होते हैं क्योंकि दोनों में अंतर बहुत मामूली होता है, इसलिए अक्सर हम लोग दोनों में अंतर को समझ नहीं पाते हैं। आइये सरल भाषा में है और हैं के भेद को जानें। है (hai) का प्रयोग ‘है’ एकवचन में प्रयोग किया जाता है। है (Hai) का प्रयोग हम मुख्य रूप से वाक्य के अंत में करते हैं। एकवचन (कर्ता) के साथ बिंदु … [Read more...] about है और हैं में अंतर
हिन्दी प्रत्यय
प्रत्यय प्रत्यय वे शब्द होते हैं जो दूसरे शब्दों के अन्त में जुड़कर, अपनी प्रकृति के अनुसार, शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय’ दो शब्दों से बना है – प्रति + अय। ‘प्रति’ का अर्थ है ‘साथ में, पर बाद में; जबकि ‘अय’ का अर्थ ‘चलने वाला’ है। इस प्रकार प्रत्यय का अर्थ हुआ - शब्दों के साथ, पर बाद में चलनेवाला या लगनेवाला शब्दांश । हिन्दी प्रत्यय हिन्दी के भी अनेक … [Read more...] about हिन्दी प्रत्यय
संस्कृत प्रत्यय
प्रत्यय प्रत्यय वे शब्द होते हैं जो दूसरे शब्दों के अन्त में जुड़कर, अपनी प्रकृति के अनुसार, शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय’ दो शब्दों से बना है – प्रति + अय। ‘प्रति’ का अर्थ है ‘साथ में, पर बाद में; जबकि ‘अय’ का अर्थ ‘चलने वाला’ है। इस प्रकार प्रत्यय का अर्थ हुआ-शब्दों के साथ, पर बाद में चलनेवाला या लगनेवाला शब्दांश । जैसे : (1) मुख + डा = … [Read more...] about संस्कृत प्रत्यय
उपसर्ग
उपसर्ग उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते है, जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है।उपसर्गों का स्वतन्त्र अस्तित्व न होते हुए भी वे अन्य शब्दों के साथ मिलाकर उनके एक विशेष अर्थ का बोध कराते हैं। उप' का अर्थ 'समीप', 'निकट' या 'पास में' है। 'सर्ग' का अर्थ है सृष्टि करना। 'उपसर्ग' का अर्थ है पास में बैठाकर दूसरा नया अर्थवाला शब्द बनाना। उपसर्ग का अर्थ है – … [Read more...] about उपसर्ग