ऋ की मात्रा के शब्द – हिन्दी मात्राएँ
प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों तथा हिन्दी सीखने वालों के लिए हमने यहाँ ऋ की मात्रा वाले बहुत सारे शब्द लिखे हैं। इस लेख में हमने ऋ की मात्रा के कुछ महत्वपूर्ण शब्दों को सम्मिलित किया है।
विद्यार्थी सर्वप्रथम स्वरों तथा व्यंजनों को सीखते हैं, उसके बाद स्वरों तथा व्यंजनों की मदद से बने शब्दों को सीखते हैं, आइये ऋ की मात्रा के शब्दों को पढ़ें और अभ्यास करें।
वैसे हमें यहाँ ‘र’ और ‘ऋ’ का अंतर जानना भी बहुत ज़रूरी है, इन दोनों का अंतर इस प्रकार है :-
- ‘र’ व्यंजन वर्ण है
- ‘ऋ’ स्वर वर्ण है
- ‘ऋ’ की मात्रा ‘ृ’ है, जैसे – वृक्ष, मृग, अमृत
- ‘र’ का रूप र्म, र्क, र्य है जैसे सूर्य, गर्व, अर्क, अधर्म
- ‘ऋ’ का प्रयोग जिस किसी भी शब्द के साथ होता है, वह तत्सम (संस्कृत का शब्द) शब्द ही होता है।
वृ + क्ष = वृक्ष गृ + ह = गृह मृ + ग = मृग मृ + त = मृत ऋ + ण = ऋण घृ + णा = घृणा कृ + ष्ण = कृष्ण |
ऋषि | ऋतू | ऋचा |
नृप | वृक्ष | मृत |
हृत | मृदु | मृदा |
गृह | मृग | घृणा |
कृति | भृगु | मातृ |
ऋतू | धृत | कृपा |
तृण | कृत | भृत |
दृशा | तृषा | कृमि |
दृढ | वृत्त | वृथा |
पितृ | ऋजु | कृश |
कृतज्ञ | कृषक | अमृत |
कृपाण | मृत्यु | सृजन |
पृथ्वी | हृदय | श्रृंखला |
कृष्ण | तृतीय | ऋषभ |
कृत्रिम | नृत्य | वृषभ |
मृदुल | भृकुटी | कृपालु |
मृदुल | श्रृंखला | कृतघ्न |
गृहणी | श्रृंगार | मृदंग |
तृष्णा | सृष्टि | कृपया |
तृप्त | कृष्णा | संस्कृत |
अतिथिगृह | कृष्णकांत | वृंदावन |
ऋषिकेश | अमृतसर | ऋग्वेद |
मृणालिनी | वृक्षावली | ओलावृष्टि |
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